उत्तर प्रदेश, आगरा जिले की लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा बुलंद करने वाली कांग्रेस ने 40 फीसदी सीटें महिलाओं को देने का वादा किया था। नौ में से दो सीटें महिलाओं को दी गई हैं। यानी 22 फीसदी। कांग्रेस ने बाह विधानसभा सीट से मनोज दीक्षित और एत्मादपुर से शिवानी देवी को प्रत्याशी बनाया है।
नौ विधानसभा सीटों पर आधी आबादी की हिस्सेदारी 10 फीसदी से कम है। 107 प्रत्याशियों में से 10 महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा और कांग्रेस ने दो-दो जबकि सपा-रालोद गठबंधन और बसपा ने एक-एक महिला पर भरोसा जताया है। इनके अलावा महिला उम्मीदवारों ने निर्दलीय नामांकन किया है। जबकि दो महिलाओं को छोटे दलों का साथ मिला है। नौ विधानसभा सीटों पर 15.81 लाख से अधिक महिलाएं मतदाता हैं। सभी सीटों के लिए 10 फरवरी को मतदान होना है।
भाजपा ने भी दो महिला प्रत्याशियों को उतारा है। ग्रामीण सीट से पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्या और बाह विधानसभा क्षेत्र से भदावर घराने की बहू रानी पक्षालिका सिंह उम्मीदवार हैं। आगरा ग्रामीण सीट पर ही बसपा ने किरन प्रभा केसरी पर दांव लगाया है।
सपा ने फतेहाबाद सीट से रूपाली दीक्षित को प्रत्याशी बनाया है। इनके अलावा महिला उम्मीदवारों ने निर्दलीय नामांकन किया है। जबकि दो महिलाओं को छोटे दलों का साथ मिला है। इस तरह 107 प्रत्याशियों के बीच में 10 महिलाएं चुनावी समर में इस बार ताल ठोक रहीं हैं।
कोई महिला नहीं चार सीटों पर
जिले की चार विधानसभा सीटों पर कोई महिला प्रत्याशी नहीं है। आगरा उत्तर, दक्षिण, खेरागढ़ और छावनी में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व भी पुरुषों के हाथ में होगा। राजनीतिक दलों में सिर्फ भाजपा व कांग्रेस ने दो-दो महिलाओं को टिकट दिया है।