बरेली में प्लाइवुड कारोबारी संजीव गर्ग की हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं सका था संजीव गर्ग हत्याकांड का तीन दिन के भीतर राजफाश का दावा किया गया था
लेकिन, 30 दिन बीतने के बाद भी नतीजा शून्य है।अब भी पुलिस करीबी के शामिल होने की बात बस कड़ियां जोड़ने लगी हुई है।
बरेली के थाना प्रेमनगर निवासी प्लाइवुड कारोबारी संजीव गर्ग की 20 जनवरी को हत्या कर दी गई थी। फतेहगंज पश्चिमी के अगरास रोड पर कार के भीतर ड्राइविंग सीट पर उनका शव मिला था।
पुलिस ने हत्या के राजफाश के लिए काल डिटेल, डाटा बैकअप, स्कैच जैसे तमाम प्रयास किए उससे कुछ हासिल नहीं हुआ। हर कदम पर पुलिस की कहानी फेल होती चली गई।
आइआइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने हत्याकांड के राजफाश के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया तो कार्रवाई आगे बढ़ाने के नाम पर पहचान वाली संदिग्धों की तस्वीरों का स्केच जारी करा दिया गया।
अब दावा किया गया है कि संजीव की हत्या की पूरी कहानी निकलकर सामने आ चुकी है। आरोपित के विरुद्ध और पुख्ता सुबूत टीम जुटाने में लगी है।
एक बार फिर से जल्द ही हत्याकांड के राजफाश की बात कही गई है। और पुलिस ने कहा कि हम कातिलों के बहुत नजदीक है जल्दी सारे चेहरे सामने होंगे।