पुलिस को अपराधियों से दो कदम आगे रहना होगा। इसके, लिए टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है। कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल को भी टेक्नो फ्रेंडली होना होगा। अमित शाह ने कहा कि जैसी मीटिंग्स के जरिए कुछ राज्य मिलकर अपने क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं। एक जैसे अपराध के लिए समान नीति बना सकते हैं। देशभर के सामने चुनौतियां हैं, जैसे- ड्रग्स, हवाला, साइबर फ्रॉड, इन चैलेंजेस पर भी विचार-विमर्श किया जा सकता है।
मध्यप्रदेश के भोपाल क्षेत्र में आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रवास पर है। उन्होंने भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ किया। सेंट्रल अकादमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग में हुए कार्यक्रम में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भोपाल में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। इसके साथ ही अमित शाह ने यह भी कहा कि-" अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी।'', नॉलेज, सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग जरूरी है। देशभर के सामने चुनौतियां हैं, जैसे- ड्रग्स, हवाला, साइबर फ्रॉड, इन चैलेंजेस पर भी विचार-विमर्श किया जा सकता है।
डाटा नया विज्ञान है और बिग डाटा में सभी समस्याओं का समाधान है, इसे देशभर की पुलिस को अपनाना चाहिए। एक NAFIS सेवा भी हम आगे लाने वाले हैं। देशभर की पुलिस के पास करोड़ों में फिंगर प्रिंट का डेटा है। NAFIS के माध्यम से जैसे ही अपराधी के फिंगर प्रिंट को कम्प्यूटर में डालेंगे वह डेढ़ मिनट के अंदर आपको नाम दे देगा।
गृहमंत्री ने कहा कि हम एक बहुत ही कठिन काल से गुजरे हैं, सदी की सबसे भीषण जानलेवा बीमारी का सामना देश ने किया है। दुनिया में लाखों लोग मृत्यु की शरण में आए हैं। कोरोना के समय में देशभर में लगभग 4 लाख से अधिक पुलिस कर्मी संक्रमित हुए, 27 सौ से ज्यादा की मृत्यु भी हुई। मंच पर CM शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी साथ रहे।
इससे पहले शिवराज ने मध्यप्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए कहा- मध्यप्रदेश पुलिस ने एक नहीं अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। 2 साल में 21 हजार करोड़ एकड़ जमीन मुक्त कराई। अब उसकी कीमत 12 हजार करोड़ है।