प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि प्राधिकरण ने वर्तमान में लागू भवन उप विधि एवं प्रचलित नियमों को ध्यान में रखकर परियोजना के लिए दो ले-आउट प्लान तैयार कराए हैं। एक ले आउट प्लान इंट्रीग्रेटेड स्टूडियो फॉर इनवायरमेंट एफर्ट एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने बनाया है।
बहुप्रतीक्षित खोराबार टाउनशिप परियोजना के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने दो ले-आउट प्लान तैयार किया है। परियोजना को और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण बृहस्पतिवार से दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की है। इसमें आर्किटेक्ट, निवेशक, डेवलपर व अन्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।
देवरिया बाइपास रोड एवं देवरिया रोड के मध्य 175 एकड़ में अत्याधुनिक खोराबार टाउनशिप की परियोजना लांच की जानी है। इस टाउनशिप में 100 एकड़ में आवासीय एवं 75 एकड़ में मेडिसिटी विकसित करने की योजना है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि टाउनशिप के लिए शहर के हर वर्ग से संवाद करने के साथ ही उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर योजना बनाई जा रही है।
इसी क्रम में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को पहले चरण में सुबह 11 बजे से 2 बजे तक कार्यशाला आयोजित की गई है। आधे घंटे के मध्यावकाश के बाद 2:30 से 5 बजे तक फिर कार्यशाला होगी।
प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि प्राधिकरण ने वर्तमान में लागू भवन उप विधि एवं प्रचलित नियमों को ध्यान में रखकर परियोजना के लिए दो ले-आउट प्लान तैयार कराए हैं। एक ले आउट प्लान इंट्रीग्रेटेड स्टूडियो फॉर इनवायरमेंट एफर्ट एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने बनाया है। जबकि, दूसरा ले-आउट प्लान स्कॉई लाइन ने बनाया है।
दूसरे प्रदेशों से भी आर्किटेक्ट, निवेशक आएंगे
कार्यशाला में स्थानीय स्तर पर आर्किटेक्ट अनुपम अग्रवाल, आशीष श्रीवास्तव, मनीष अग्रवाल, विवेक जायसवाल समेत अन्य के साथ प्रदेश के दूसरे शहरों से भी अर्बन आर्किटेक्ट को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा डेवलपर के रूप में ओपीचेन्स समूह, शालीमार समूह, ओमैक्स लिमिटेड, पेंटागन समूह, गैलेंट लाइफ स्पेश, एस्प्रा लाइफ के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। गुजरात से भी निवेशक एवं डेवलपर आएंगे। रेरा के साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर काम करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है।