सीतापुर। तहसील बिसवां विकास क्षेत्र सकरन के अंतर्गत ग्राम पंचायत किरतापुर के कोटेदार अतुल तिवारी के ऊपर राशन कार्ड धारकों ने घटतौली का इल्जाम लगाया है। किरतापुर में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान का चुनाव 2016 में हुआ था। जिसमें अतुल तिवारी पुत्र रामगोपाल तिवारी एवं सर्वेश यादव पुत्र जगन्नाथ इनके बीच चुनाव हुआ। लेकिन अतुल तिवारी के नाम ग्राम विकास अधिकारी सकरन प्रदीप चौधरी द्वारा प्रस्तावित कर दिया गया। जबकि अतुल तिवारी ग्राम पंचायत पटनी का रहने वाला है।
पटनी ग्राम पंचायत में अगर सरकारी दस्तावेज देखे जाए। तो वोटर लिस्ट परिवार रजिस्टर नकल में नाम भी दर्ज है। अतुल तिवारी द्वारा ग्राम पंचायत किरतापुर में फर्जी वोटर लिस्ट और परिवार रजिस्टर नकल में नाम दर्ज करवा कर ग्राम प्रधान जय श्री पत्नी रामखेलावन ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप चौधरी की मिलीभगत से कोटे का प्रस्ताव अपने नाम करवा लिया। ग्राम वासियों ने इसकी शिकायत की लेकिन कोटेदार के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
कोटेदार अतुल तिवारी की दबंगई और कार्ड धारकों को एक से दो किलो राशन कम दिए जाने की संबंध में मनोज कुमार, जीतराम, रमेश दीक्षित, पुतई, प्रदीप तिवारी, विनोद कुमार, अकबाल, सर्वेश यादव, रघुनाथ, होली, संजय, अजीत कुमार अशोक कुमार, रामनाथ प्रमोद कुमार, अर्जुन, राम गुलाम, राजबहादुर, अनिल कुमार, बहादुर भार्गव, अवध राम यादव, रामचंद्र ,शिवकांति, सुल्ली, और ग्राम, प्रधान शर्मा वती, ने जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी बिसवां को प्रार्थना पत्र देकर अतुल तिवारी पर फर्जी कागज बनाकर कोटा हथियाने और राशन कम दिए।
जाने और दबंगई गुंडई करने के संबंध में कार्यवाही करने और कोटा निरस्त करने की मांग की है। अब देखना यह है कि हमारे उच्च अधिकारियों की आंखें खुलती है। या नहीं। गरीबों का हक अधिकारीगण दिलाते हैं या नहीं। राशन कम देने के संबंध में कार्ड धारकों ने कार्यवाही की है। अब देखना यह है। कि कार्ड धारकों को न्याय मिलता है। की नहीं, की यू ही कोटेदार अतुल तिवारी कार्ड धारकों का राशन चोरी करते रहेंगे।