2 फरवरी के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट ने 2022 तक किसान राजस्व बढ़ाने के लिए कई घोषणाओं की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने कृषि और किसानों के लिए पीपीपी मोड में योजना शुरू करने की घोषणा की।
बजट में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की घोषणा की गई। छोटे किसानों और छोटे किसानों के लिए कुशल लॉजिस्टिक सर्विस तैयार की जाएगी। गंगा नदी के किनारे 5 किमी चौड़े कोरिडोर बनाया जाएगा। रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती पर बल देने की बात कही गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट जोड़ने वाली परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। कृषि क्षेत्र पर अधिक जोर देने के लिए, सरकार फलों, सब्जियों के लिए पैकेज ले जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी के लिए 2.7 लाख करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
जहां बजट में कृषि और किसानों के लिए कई स्कीम की घोषणा की गई तो वहीं बजट में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) में राशि में बढ़ोतरी नहीं करने पर किसानों को मायूसी हाथ लगी है। बजट में किसान सम्मान स्कीम की राशि 6000 रुपए ही रखी गई है।
सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए इस बजट में 68000 करोड़ रुपए आवंटित किया है, जो पिछले बजट से 4.6 फीसदी अधिक है। पिछले वित्तीय वर्ष नें ये 65000 करोड़ रुपए रखी गई थी। इस वर्ष देश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत 124000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जो कि पिछले वर्ष 123017.57 करोड़ रुपए था ।
आपको बता दें कि पीएम किसान स्कीम के तहत सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपए उनके खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर करती है। सरकार की इस स्कीम का लाभ करीब 10 करोड़ किसानों को मिल रहा है। वहीं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए इस वित्तीय वर्ष में 15500 करोड़ आवंटित किए गए हैं। जो पिछले वित्तीय वर्ष से के मुकाबले कम है। पिछले वित्तीय वर्ष में ये 16000 करोड़ रखा गया था।