बुलंदी पर पहुंचना तो आसान है परंतु बुलंदी पर बने रहना कठिन कार्य है: शैलेंद्र जैन विधायक
सागर- पंडित रविशंकर ईएफए उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान जी के सानिध्य में स्कूल चले हम एवं "भविष्य से भेंट कार्यक्रम" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सागर विधायक माननीय श्री शैलेंद्र जैन मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।कार्यक्रम का मुख्य आयोजन शाजापुर में माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विधायक शैलेंद्र जैन ने विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियो को एवं स्कूल में लगाए गए समर कैंप में सेवाएं देने वाले शिक्षको का सम्मान भी किया इस कैंप में लगभग 400 बच्चो ने हिस्सा लिया जिसने बच्चो को 64 कलाओं का प्रदर्शन किया गया जिसमे डांस,पेंटिंग,कंप्यूटर प्रशिक्षण,मूर्ति निर्माण,विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अतिरिक्त विद्यालय के बच्चों का स्किल एक्सपो के अंतर्गत कोशल विकास के अंतर्गत विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मॉडल की प्रदर्शनी लगाई गई जिसका विधायक श्री जैन ने निरीक्षण किया। कार्यक्रम में लगभग 1200 बच्चो ने हिस्सा लिया जो बच्चे हाल में नहीं बैठ पाए उनके लिए उनकी कक्षाओं में एलईडी लगाकर कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। विद्यालय के प्रतिवेदन का वाचन प्राचार्य डॉ महेंद्र तिवारी ने किया। कार्यक्रम को सागर विधायक माननीय श्री शैलेंद्र जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं आपसे बात करने आया हूं आपके भविष्य को लेकर आपके मन की बात को टटोलने आया हूं,ताकि हम आपकी मदद कर सकें। उन्होंने रविशंकर स्कूल के विषय में कहा कि बुलंदी पर पहुंचना आसान है परंतु बुलंदी पर बने रहना अत्यंत कठिन है ,किसी भी संस्थान या टीम की सफलता उसके लीडर पर निर्भर करती है यदि बॉस अच्छा है तो टीम भी बहुत अच्छी हो जाती है। शासन द्वारा प्रत्येक जिला और तहसील पर एक्सीलेंस स्कूल बनाई है उसके नियम और मापदंड तय है परंतु रविशंकर शुक्ल स्कूल प्रदेश की पहली ऐसी स्कूल है जिसका परिणाम 100 प्रतिशत था और सभी बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए इस तरह से अपने अपने विद्यालय को एक्सीलेंस स्कूल बनाया है। उन्होंने सभी बच्चो को उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएं दी। उन्होंने बच्चो से राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के बीच का अंतर पूछा उसके अंतर को विद्यार्थियों को विस्तार से बताया ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संयुक्त कलेक्टर सहायक संचालक रेणु परस्ते,पूर्व प्राचार्य राजेश खरे,राज्यपाल पुरुस्कार प्राप्त शिक्षक करण सिंह राजपूत,श्रीमती उषा सतभैया,जयंत विश्वकर्मा, राकेश श्रीवास्तव,श्रीमती रिंकी राठौर,धनीराम लडिया,ओमप्रकाश श्रीवास्तव,पन्नालाल अहिरवार,शुभा मिश्रा,अर्चना कुशवाहा,संगीता मैडम, दीप्ति दुबे,शशांक धुपड़,जयश्री जैन,पटेल मैडम,तनुजा रैकवार,गजेंद्र बोहत, उम्मेदी ठाकुर सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।