रामगढ़ चीनी मिल में कई कई दिन लाइनों में लगने के कारण आए दिन हो रहे हादसे
सीतापुर रामगढ़ (सीतापुर) चीनी मिल प्रबंध तंत्र द्वारा प्रति वर्ष किसानों और क्षेत्रीय आम जनमानस को त्रासदी का शिकार होना पड़ता है। कई कई दिन तौल न हो पाने के कारण किसानों की दुर्दशा के साथ क्षेत्रीय लोगों को तौल के लिए लगी गन्ना ट्रालियों की लम्बी लाइने समूचे क्षेत्र के लिए कहर का रुप धारण कर लेती हैं।
यह बात किसान मंच राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है। उन्होंने कहा क्षेत्र की जनता का चाहे जितना जरूरी काम हो,जाम के कारण कई घंटों तक उन्हें निकलने के लिए इंतजार करना पड़ता है। समय पर अपने कार्य स्थल पर न पहुंच पाने के कारण सभी के कामों में दिक्कत होती है।
अगर कोई गंभीर मरीज इस जाम के कारण अस्पताल नहीं पहुंच पाता फिर उसकी जिंदगी के लिए किसी के पास दूसरा कोई साधन नहीं होता। अभी बारह नवंबर को दो दिनों से जाम में फंसा किसान बेसुध होकर सो रहा था,उस पर ट्राली चढ़ने से उसकी आकस्मिक मौत हो गई। समय पर तौल हो गई होती फिर इस दुर्घटना से बचा जा सकता था।
इससे पहले इसी चीनी मिल में कार्य कर रहे छह मजदूर जहरीली गैस रिसाव के कारण बेसुध हो गए थे,जिसमें एक की मृत्यु भी हो गई थी। मिल प्रबंध तंत्र द्वारा मात्र दो लाख रुपए मृतक आश्रित परिवार को देकर अपने दायित्व की इतिश्री कर ली गई। किसान नेता ने कहा कि जनपद सीतापुर में अन्य चीनी मिल भी है,
कहीं भी इस तरह की बेइंतहा जाम नहीं लगती,और न तो किसी कर्मचारी की काम करते हुई आकस्मिक मौत पर उसके परिवार के लिए नाम मात्र की सहायता राशि से पीछा छुड़ाया जाता? उपरोक्त समस्याओं के लिए जिम्मेदार मिल प्रबंध तंत्र को अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए। अन्यथा की स्थिति में शीघ्र ही किसान मंच द्वारा आंदोलन किया जाएगा।