हर तरफ किसानों के हो रहे शोषण के विरुद्ध सांकेतिक धरने में किसी भी जिम्मेदार के न पहुंचने पर अनिश्चितकालीन धरने में बदला किसान मंच
सीतापुर। समूचे जनपद सीतापुर में किसानों के हित में शासन द्वारा संचालित योजनाओं का वास्तविक लाभ पात्रता सूची की सभी शर्तों को पूरा करने पर भी नहीं मिल रहा। सभी धान क्रय केंद्रों पर फैला भ्रष्टाचार और की जा रही खरीद का कोई भी व्यौरा न उपलब्ध होना इस बात का प्रमाण है। समूचे जनपद में धान खरीद का व्यौरा सार्वजनिक किया जाए। यह बात राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने कही। महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष अल्पना सिंह ने कहा कि शासन द्वारा विगत वर्ष निर्धारित गन्ना मूल्य 350/ रुपए प्रति क्विंटल है, गुड़ बेलों से बन रही गुड़ और क्रेसरों से बन रही चीनी व चीनी मिलों से निर्मित चीनी में कोई विशेष अंतर नहीं होता है। फिर गन्ना मूल्य में सैंकड़ों रुपए प्रति क्विंटल का अंतर समझ से परे है। महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष शोभा लोधी ने जनपद सहित समूचे प्रदेश में खाद की किल्लत का मुद्दा उठाते हुए कहा कि समितियों के भंडारण में डी ए पी उपलब्ध दिखाई जा रही है फिर किसानों को क्यों नहीं मिल रही। नकली खाद के मकड़जाल में किसान खून के आंसू रो रहा है। मंडल उपाध्यक्ष नफीस ने कहा सभी चीनी मिलों में गन्ना माफिया फर्जी अभिलेखों के माध्यम से पर्ची बनवाकर लूट मचा रखी है। सभी चीनी मिलों द्वारा अधिक पर्ची धारकों के अभिलेखों की जांच कर ही पर्चियां निर्गत की जाएं। मंडल उपाध्यक्ष आलोक तिवारी ने आवारा पशुओं से निजात दिलाने का मुद्दा उठाते हुए कहा की इस प्रकरण में कागजी कार्रवाई की जगह धरातल पर कार्य किया जाए। युवा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष दिव्य सिंह ने सीतापुर शहर के मुहल्ला खूबपुर में जलभराव मुद्दे के साथ गड्ढा मुक्त अभियान पर की जा रही खाना पूर्ति पर कटाक्ष किया। जिला महामंत्री उत्तम मौर्य ने विकास खंड परसेंडी अंतर्गत ढोलई खुर्द में पट्टे की जमीन विक्री का मुद्दा उठाया। जिला अध्यक्ष मतीन खां की अध्यक्षता में लहरपुर तहसील अंतर्गत लालपुर धान केन्द्रो पर उपरोक्त बिंदुओं पर सांकेतिक धरना आयोजित किया गया। रुकनापुर धान क्रय केंद्र पर आशीष पांडे, शराफत खान, दिनेश शुक्ला, वकील बस्सा, राजू सभासद, मो०अजीम, चमन मियां, सतीश सिंह, मो०सादाब, मो०नईम संदीप आदि उपस्थित थे। सीतापुर धरना स्थल पर शिवम् सिंह, अनीता गौतम,आदित्य कश्यप, ज्ञानेंद्र कुमार, गफूर, प्रसून मिश्र, श्रीकृष्ण पाल, विक्रम यादव, प्रसून मिश्रा, गौरी शंकर, रजनीश कुमार आदि सहित सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।