लोकतंत्र की हत्या पर अमादा है भाजपा सरकार
सीतापुर आज संविधान दिवस के अवसर पर किसान नेताओं को घरों पर बंधक बना कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। जनपद सीतापुर जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा पदाधिकारियों द्वारा सभी राज्यों में मा०राज्यपाल महोदय के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया को संबोधित ज्ञापन सौंपा जाना था। परंतु उ०प्र० शासन ने प्रशासन के माध्यम से किसानों के हित में आवाज उठाने वाले अगुवाओं को उन्हीं के घरों पर बंधक बना लिया गयाकिसान मंच राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह को ढोलई कलां निवास स्थान पर आधी रात को बंधक बना लिया गया। मोर्चा संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू किसान मंच महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष अल्पना सिंह सहित सिख संगठन जिला अध्यक्ष गुरुपाल सिंह को भी सुबह से ही सीतापुर निवास स्थानों पर रोका गया। एक बजे मा०राष्ट्रपति महोदया को संबोधित ज्ञापन न्यायिक मजिस्ट्रेट सीतापुर के माध्यम से किसान नेताओं द्वारा दिया गया। विगत 26/11/2020 को तीन काले कृषि कानून, जिनमें एम एस पी की गारंटी, बिजली,संशोधन बिल की वापसी हेतु एतिहासिक आंदोलन की शुरुआत हुई थी,तेरह महीने आंदोलन के बाद 10/12/21 को केन्द्र सरकार द्वारा किए गए लिखित समझौते के बावजूद समझौते पर कोई अमल नहीं किया गया!आज उन तीनों काले कानूनों के साथ शहीद किसानों के लिए मुवावजे वह किसानों पर चल रहे मुकदमों की वापसी,उ०प्र० में गन्ना मूल्य 450/रुपए प्रति क्विंटल,व शेष गन्ना मूल्य भुगतान की व्याज सहित वापसी, चीनी मिलों द्वारा एथनाल, अल्कोहल के साथ उत्पादित बिजली मुनाफे में हिस्सेदारी आवारा पशुओं से निजात व हुए नुकसान की भरपाई उ०प्र०मे सूखे व अतिवृष्टि से हुई क्षति के मुवावजे के साथ पराली के नाम पर हो रहे उत्पीड़न पर रोक और समूचे प्रदेश में डी ए पी सहित कृषि संबंधी सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की गई उपरोक्त सभी समस्याओं के लिए ज्ञापन देने पर शासन और प्रशासन द्वारा रचे गए कुचक्र का किसान संगठन विरोध करते है। शीघ्र की आगामी बैठक में इस प्रकरण पर आपसी विचार विमर्श के बाद भविष्य की रुपरेखा तैयार की जाएगी।