जनपद में कई वर्षों से तैनात जिला पंचायत राज अधिकारी के संरक्षण में हर तरफ हो रही लूट के खेल में शामिल लोगों को दिया जाता है विकास खंडों का दायित्व।
सीतापुर समूचे जनपद सीतापुर में 1599/ ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण विकास का खाका तैयार किया जाता है। और उस ख़ाके की शुरुआत से ही जिला और ब्लाक मुख्यालयों द्वारा निश्चित प्रतिशत की पूजा से विकास का जन्म होता है।
यह प्रतिशत 35 से 45 के बीच पहुंच कर तैयार कार्य योजना हेतु धरातल पर पहुंच पाता है। शेष बचे 55 से 65 प्रतिशत में भी कई तरह के विकास घुन सेंध मारी करते हैं। संचालित कार्य योजना हेतु निर्धारित धनराशि का एक तिहाई या ईमानदारी का प्रमाण गिने चुने जन प्रतिनिधि 50 प्रतिशत बमुश्किल धरातल पर विकास में उपयोग कर पाते हैं।
यह बात शिव प्रकाश सिंह राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी किसान मंच ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है। उन्होंने कहा बतौर प्रमाण विकास भवन विभागीय कार्यालय से साढ़े तीन करोड़ रुपए टाइल्स खरीद के नाम पर डकार लिए गए, और अब जिम्मेदार अनभिज्ञता दर्शा कर अपना बचाव करने में लगे हैं।
वि०ख० मिश्रिख ब्लाक मुख्यालय के ठीक सामने पक्के नाले का कागज पर निर्माण होकर बी०डी ओ० की अनुमति से भुगतान हो जाता है, जब कि ब्लाक पर उनकी उपस्थिति के समय कार्य स्थल पर भी नजर रहती है!हो रहे विकास का इससे बेहतरीन उदाहरण और क्या हो सकता है।
सिर्फ इतना ही नहीं मिश्रिख के अलावा वि० ख० ऐलिया भी इन्हीं का कार्य क्षेत्र है। जहां ग्रा०पं० एलिया, इमलिया सुल्तानपुर के साथ महमूदपुर रोहिला में हैंडपंप मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए का भुगतान हो गया और हैंडपंप अब भी खराब पड़े हैं। साथ ही खैराबाद वि०ख०की दारानगर ग्राम पंचायत में भी मरम्मत के नाम पर धन लूट की गई है।
जिला प्रशासन को अविलंब इन घोटालों की जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित करनी होगी। अन्यथा की स्थिति में किसान मंच आंदोलन के लिए बाध्य होगा।