जन्म जन्म मुनि जतनु कराही अंत राम कहूं पावत नाही
सीतापुर/हरगांव क्षेत्र के सरैया ग्राम पंचायत के प्रमोद नगर में 26 अप्रैल से चल रही सात दिवसीय
श्रीमद् भागवत कथा के कल चौथे दिन बड़े ही धूम धाम से संध्या के समय आरती से शुरुवात हुई। कथा वाचक महन्त श्री मन मोहन दास जी महाराज ने श्रीमद् भागवत की कथा का वर्णन करते हुए। बताया की ऋषभदेव जी के सबसे श्रेष्ठ पुत्र भरत जी थे। वे बड़े ही भगवत भक्त थे। इन्हीं भरत के नाम से अपने देश का नाम भरतखण्ड पड़ा। ऋषभदेव जी के पश्चात महाराज भरत ने देश का शासन संभाला। महाराज भरत बहुत ज्ञानी थे। कथा का श्रवण पान कर रहे श्रोताओं ने श्रीमद् भागवत कथा सुन भाव विभोर हो गए। वहीं पर कथा का श्रवण पान कर रहे मुख्य यजमान प्रमोद मिश्र भाजयुमो जिलाध्यक्ष सचिन मिश्र भाजयुमो मीडिया प्रभारी प्रतीक पाण्डेय,पुंकेश कुमार पप्पू, रामनंदन (राना) सहित भारी संख्या में श्रोता भक्त पावन कथा का श्रवण किया।