सीतापुर। विकासखंड सांडा सकरन ग्राम पंचायत सैदापुर में लगातार हो रहे तालाब गायब अधिकारी क्यों बने बैठे अनजान या फिर पैसों की कृपा से सब काम छोड़कर सिर्फ रिश्वत लेने में लगे हुए हैं। नं 1 महिपात सिंह ने व कुछ अन्य लोगों ने तालाब को पाटलिया। नं 2 जयकरण सिंह के मकान के पास तालाब आधा पाठ जा चुका है। नं 3 मास्टर रणजीत सिंह के हाते के पास तालाब आधा पाटा जा चुका है। नं 4 विजय पाल सिंह के घर के पास तालाब आधा पाटा जा चुका है। नं 5 रामपाल के घर के पास तालाब आधा पाटा जा चुका है। इसी प्रकार लोगों के हौसले इतने बुलंद है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बताते चलें। इसी प्रकार ग्राम पंचायत सैदापुर में दर्जनों तालाब थे। लेकिन आधे पाट लिए गए। आधे अधूरे पाटे जा चुके हैं। लेकिन कोई भी अधिकारी क्यों नहीं करते कोई कार्यवाही। इसी प्रकार सामुदायिक शौचालय आधा अधूरा पड़ा हुआ है। विद्यालय की हालत नाजुक है 6 महीने पहले विद्यालय मरम्मत का कार्य कराया गया था। जिसमें लाखों रुपए का बंदरबांट किया गया। सारे टाईल्स उखड़ चुके हैं। पेयजल की व्यवस्था खराब है। शौचालय की व्यवस्था खराब है। सैदापुर में जो स्टेट लाइट लगाई गई। उसमें भी लाखों का घोटाला किया गया। 700-800 रुपए वाली लाइट ₹6000 की दिखाई गई। आधी लाइटें खराब पड़ी हुई हैं। सरकार की छवि को ग्राम सभा सैदापुर में इस कदर खराब किया जा रहा है। जांच का विषय बना हुआ है। तालाब के नाम पर लाखों रुपए ठगे गए। हेडपंप गरीबों के नाम पर लाखों रुपए ठगे गए। पेड़ पौधों के नाम पर लाखों रुपए ठगे गए। लेकिन जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगे हुए है। सभी अधिकारी उच्च अधिकारियों के द्वारा जांच का विषय बना हुआ है। नहीं तो योगी सरकार की छवि को खराब करने में लगे रहेंगे। कुछ भ्रष्ट अधिकारी सरकार के पैसे का यूं ही होता रहेगा बंदरबांट।