केशव ग्रीन सिटी का रहस्य? जिला प्रशासन दे रहा है क्लीनचिट - शिव प्रकाश सिंह
सीतापुर शहर से सटी हाई वे पर स्थापित केशव ग्रीन सिटी पर किसान मंच व संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा मा० मुख्यमंत्री महोदय को प्रेशित शिकायत पत्र 12154220088131 पर जिला प्रशासन द्वारा शिकायत में शामिल सभी बिंदुओं पर क्लीन चिट दे दी गई है। वर्ष 2021 में जी श्रेणी के रूप में चयनित भूमि पर स्थापित केशव ग्रीन सिटी का निस्तारण जिला प्रशासन द्वारा अब भी लंबित है उसे जी श्रेणी से अलग नहीं किया गया!और 2031 के लिए सीतापुर शहर से सटे अन्य भूखंडों को जी श्रेणी जोड़ा गया है। यह बात किसान मंच राष्ट्रीय सचिव/ प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है!उन्होंने कहा स्थापित केशव ग्रीन सिटी भूखंड को विगत में हुई चकबंदी प्रकिया से अलग होने के कारण आफिस खाने से नक्शा आदि अब भी उर्दू भाषा में होने के साथ इतनी जीर्ण अवस्था में पहुंच चुके हैं कि चाहकर भी अभिलेखों में दर्ज अर्थों को जांच आख्या में जिम्मेदार द्विअर्थी भाषा का प्रयोग कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। पूर्व से महायोजना अन्तर्गत जी श्रेणी घोषित भूमि पर शासन द्वारा प्रस्तावित सार्वजनिक निर्माण का कोई पता नहीं है? फिर भी जनता जनार्दन को गुमराह कर भू माफियाओं के लिए 2031 की महायोजना जी श्रेणी में अन्य भूखंडों को शामिल करना एक भद्दे मज़ाक के शिवा और कुछ नहीं है। जिला प्रशासन की जांच आख्या द्वारा जब स्थापित केशव ग्रीन सिटी में कोई त्रुटि नहीं है, फिर उस क्षेत्र को महायोजना जी श्रेणी से बाहर क्यों नहीं किया जाता? आम जन मानस के जेहन में घूम रहे इन प्रश्नों के जवाब में स्थित स्पष्ट कर शासन और प्रशासन को अविलंब सच को सामने लाना चाहिए। अगर वह भूखंड आवासीय है फिर महायोजना और जी श्रेणी का औचित्य क्या है। इस प्रश्न का जवाब जिला प्रशासन को देना चाहिए। लोगों को गुमराह कर अपना उल्लू सीधा करने में व्यस्त जिम्मेदार अपनी जांच आख्या के प्रति उत्तरदाई है। उन्हें स्थित स्पष्ट करनी चाहिए।