रेउसा/सीतापुर विकास खंड रेउसा क्षेत्र के कई मोहल्लों की नालियों की सफाई न हाेने से कीचड़ से बजबजा रही है तो कहीं नालियों से बहकर कीचड़ रास्तों पर आने से राहगीरों को परेशानी हो रही है। मोहल्लेवासियों का कहना है कि साफ-सफाई नियमित तौर से नहीं होती। इससे नालियों में मच्छरों का डेरा है। मच्छरों व गंदगी से फैलने वाली बीमारियों की चपेट में आने की आशंका है। गांवों को साफ स्वच्छ बनाने के लिए भले ही लाखों रुपये खर्च किए गए हों। लेकिन अभी भी ग्राम पंचायत में साफ-सफाई नहीं होने से कई बस्तियों में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं। पंचायत द्वारा साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जगह-जगह बिखरे कूड़े स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। बस्ती में सफाई कर्मी नजर ही नहीं आते हैं। सफाई न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। गांव में नियमित रूप से सफाई नहीं कराए जाने से जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। वहीं नाले-नालियां भी जाम होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। साफ-सफाई पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है। गांव में गंदगी पसरी होने के कारण मच्छर पनप रहे हैं और संक्रमित बीमारियां फैल रही हैं। सफाई न होने के कारण लोगों को कचरे के ढेरों के ऊपर से होकर निकलना पड़ता है। बरसात के मौसम में स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है। क्योंकि कचरे में पानी भर जाने से दुर्गंध आती रहती है।