सीतापुर ई रिक्शा यूनियन की बैठक जनपद जी आई सी कालेज सीतापुर में संपन्न बैठक को संबोधित करते हुए ई रिक्शा यूनियन अध्यक्ष पिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि ई रिक्शा के माध्यम से अपने परिवारों का भरण पोषण कर रहे शिक्षित बेरोजगारों की स्थिति बहुत ही बद से बद्तर हो गई है। विगत दो वर्षों में कोरौना के कारण बंद धंधे के बावजूद ई रिक्शा चालकों से जबरदस्ती टैक्स की वसूली की जा रही है। वर्तमान परिस्थितियों में किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रहे रिक्शा चालकों का आए दिन यातायात पुलिस द्वारा चालानों के नाम पर अवैध शोषण किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में नो एंट्री का सहारा लेकर सभी को रोका जाता है। नो एंट्री के कारण सवारियां अपनी मंजिल तक नहीं पहुंचती और इन सभी को निश्चित किराया भी नहीं मिल पाता!कई बार निवेदन के बाद भी शहर में खाली पड़े स्थानो पर रिक्शा स्टैंड की अनुमति नहीं दी गई। दूसरी तरफ बगैर अनुमति प्राइवेट बसों में मुख्य चौराहों पर रोक कर सवारियां बिठाई जाती है,और यातायात पुलिस इस कार्य में सुविधा शुल्क की वसूली करती है। अवैध एंट्री के कारण आए दिन जाम की समस्या बड़ी गाड़ियों, छोटा हाथी, और मैजिकों द्वारा शहरी क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर बनी रहती है। जाम का ठीकरा नो एंट्री का शिकार ई रिक्शा चालकों के सर पर फोड़ा जाता है!यूनियन संरक्षक शिव प्रकाश सिंह ने कहा छोटे से शहर सीतापुर में सिटी में लगभग 7000 ऑटो चल रहे हैं और रोज नए ई रिक्शा बढ रहे हैं। प्रत्येक ई रिक्शा चालक शहर में में ही रिक्शा चलाना चाहता है,यदि संभव हो तो नवीन ई रिक्शा बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी जाए!यदि संभव हो तो सबको अपने अपने रूट के लिए परमिट दिया जाए,ई-रिक्शा का रूट तय ना होने के कारण शहर में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। जिला प्रशासन द्वारा शहर में ई रिक्शा स्टैंड की मंजूरी और साथ ही किए जा रहे शोषण से मुक्ति दिलाई जाए।