रेउसा-सीतापुर। लगातार हो रही बारिश ने गांजर क्षेत्र के लोगों को आफत में डाल दिया है। बारिश के पानी तथा बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से घाघरा, शारदा, गोबरहिया आदि नदियां उफना उठी है। सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए है। खेत और फसलें पानी में डूब कर बरबाद हो गई है। पानी इस कदर बढ़ा है कि लोग घरों की छतों पर शरण ले ली है। वहीं खाना और रहना हो रहा है। जानवरों के आगे चारा की दिक्कतें आने लगी है। हालांकि प्रशासन पूरी तरह से सजग है और ग्रामीणों को हर सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
सैकड़ों गांव हुए जलमग्न, घरों की छतों पर डाला डेरा. रविवार को घाघरा एवं शारदा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बाढ़ के पानी से एक दर्जन गांव गिर गए हैं करीब दो दर्जन से अधिक संपर्क मार्ग आवागमन नाव के सहारे चल रहा है ग्रामीणों के घरों मे पानी प्रवेश से हो जाने के चलते खाने पीने एवं मवेशियों के चारे की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं महिलाएं खाना तखत छात व सुरक्षित स्थान सड़क के किनारे बनाकर परिजनों का पेट पालने का काम कर रही हैं। ग्रामीणों के मवेशी बाढ़ के पानी में ही बंधे हुए हैं।
जानवरों के आगे आई चारा आदि की समस्या. नदियों के बढ़ते हुए जल स्तर को देखकर ग्रामीण पलायन कर सुरक्षित स्थानों की तरफ से जा रहे हैं वही तहसील प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी तटवर्ती गांव में नाव पर सवार होकर लंच के पैकेट वितरित करने का काम कर रहे हैं। गौलोक कोडर के जंगल टपरी, गार्गीपुरवा, पासिनपुरवा, लोधपुरवा, दुर्गापुरवा, आसारामपुरवा, संतरामपुरवा, सुकईपुरवा, रामलालपुरवा, संबारीपुरवा, मोदीनगर, आजादनगर, नगीनापुरवा, भिल्लरपुरवा, श्यामनगर, सुंदरनगर, दर्जीन, रेती, चैकीपुरवा व म्योढी छोलहा के श्रीरामपुरवा, भदिम्मरपुरवा, धूसपुरवा आदि मजरो के घरो खेत सम्पर्क मार्ग सहित पर बाढ़ के पानी बहाव चल रहा है।
रविवार को किया गया डिस्चार्ज. लगातार हो रही भारी बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी की वजह से शारदा और घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे तटवर्तीय इलाकों में बाढ़ का खतरा फिर से मंडराने लगा है। शनिवार को बनबसा बैराज से 136410 क्यूसेक शारदा बैराज से 160996 क्यूसेक पानी और गिरिजा/घाघरा बैराज से 269492 क्यूसेक पानी छोड़ा गया । तीनो बैराजों से कुल चार लाख चैरानवे हजार नौ सौ उन्नीस क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। छोड़े गए पानी से नदी के जलस्तर में लगातार जारी वृद्धि के कारण जंगल टपरी मार्ग व नकहिया पुलिया भी पानी के बहाव की जद में आ गई हैं । ब्लॉक रेउसा क्षेत्र में सरयू एक बार फिर उफाना गई है। संभावित खतरे को लेकर गांजरवासी सहमे से हैं।