सम्भल:-जनपद संभल के थाना कैलादेवी पुलिस ने थाना केला देवी क्षेत्र के एक किसान द्वारा सुसाइड करने पर उसको सांप के काटने से मौत साबित कर दिया। शासन में शिकायत के बाद डीआईजी ने जांच कराकर कार्रवाई की है वहीं दोषी पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच होगी और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के खिलाफ भी डीआईजी ने मेडिकल डिपार्टमेंट को पत्र लिखा है संभल में पुलिस की पिटाई से परेशान होकर किसान ने सुसाइड कर लिया था इस सुसाइड केस में पुलिस का काला कारनामा सामने आया है जिसके बाद मुरादाबाद के डीआईजी शलभ माथुर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
पुलिस की पिटाई से किसान के सुसाइड करने का पूरा मामला जनपद संभल के थाना कैलादेवी क्षेत्र के गांव साकिन शोभापुर विलक्का था जहां 23 मई को अवैध वसूली के लिए थाना कैलादेवी पुलिस द्वारा किसान को पकड़कर बंद कर पीटा गया था ट्रैक्टर बंद करने से हाथ की शान द्वारा फांसी लगाने का मामला सामने आया था घटना के बाद खूब हंगामा भी हुआ था बाद में पुलिस ने किसान की मौत को सर्पदंश से हुई मौत के हलवा दिया जब परिजनों ने ज्यादा हंगामा किया तो सीओ संभल जितेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे परिजनों को समझाया पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए किसान के सबको कब अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया लेकिन पोस्टमार्टम में डॉक्टर ने भी सर्पदंश से मौत लिख दी घटना वाले दिन एसपी चक्रेश मिश्रा कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं थे उसी दिन देर रात्रि में अपर पुलिस अधीक्षक श्री चंद्र का घटना पर बयान सामने आया जिसमें उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर किसान की मौत सर्पदंश से होना बताया इस पूरे प्रकरण में मृतक किसान का नाम धर्मवीर निवासी साकिन शोभापुर खालसा थाना कैलादेवी जनपद संभल है डीआईजी रेंज मुरादाबाद सनम माथुर ने बताया कि पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है प्रारंभिक जांच में पुलिस में सामंजस्य का भाव मिला है इस गाड़ी के मालिक का सिपाही के मोबाइल से चैट मिला जिससे अवैध उगाही की डिमांड सामने आई है पुलिस पर लगे आरोपों ने पुलिस की छवि को धूमिल किया है प्रारंभिक जांच में दंड की कार्यवाही की जा रही है।
परिजन पुलिस की इस कार्रवाई से असंतुष्ट दिखाई दिए परिजनों ने पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक का अंतिम संस्कार तो कर दिया लेकिन उनका मन शांत नहीं हुआ परिजन न्याय की आस लगाकर अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते रहे परिजनों द्वारा मामले की शासन में शिकायत हुई सत्ताधारी पक्ष के नेता एवं विपक्ष के नेता गांव पहुंचे और मृतक किसान के परिजनों से मिले नेताओं ने अधिकारियों से भी फोन पर वार्ता की और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की जिसके बाद डीआईजी शलभ माथुर ने एसपी देहात मुरादाबाद से जांच कराई।