अन्तराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के संस्थापक अध्यक्ष डाँ प्रवीण तोगडिया वृहस्पतिवार रात को चैतन्य जन बैठक को सम्बोधित करने मुरादाबाद आये, बैठक को सम्बोधित करते हुए तोगडिया ने कहा कि यहा कुत्तो के भी अधिकार होते हैं| परन्तु हिन्दूओं का कोई मानवाधिकार नही ,उन्होंने कश्मीर घाटी का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर घाटी हिन्दू विहीन हो चुकी हैं| टारगेट कीलिंग घाटी से निकलकर जम्मू तक पहुँच चुकी है,दिल्ली में श्रृद्धा के 35 टुकड़े किये जा रहे है | जयपुर में कन्हैया का सिर तन से जुदा किया जा रहा है|वो दिन दूर नही ,जब ये टारगेट कीलिंग मुरादाबाद तक पहुँच जायेगी |नूपुर शर्मा घर से बहार नही निकल पा रही है , नूपुर तो बस एक बहाना है, कुछ लोग पूरे देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का सपना देख रहे है|
तोगडिया ने कहा की आज ही के दिन 19 जनवरी1990 को कश्मीरी पंडितों को अपने घर से पलायन करने के लिए मजबूर किया गया था| जब मस्जिदों से ऐलान किया गया था की हिन्दू अपनी बहू बेटियों को छोड़कर चले जाये| 4 लाख हिन्दूओं को कश्मीर घाटी से अपना घर छोड़ कर जाना पड़ा | इस घटना को 32 साल हो गये लेकिन हालात सुधरे नही है | बल्कि और बिगड़ गये है |
आज देश में मेरे बड़े भैय्या (पीएम मोदी) की सरकार है , लेकिन फिर भी कश्मीर घाटी में हिन्दूओं को उनका घर नही दे पाये | इस घटना को न हम कभी भूलेंगे और ना ही माफ करेंगे |अगर हिन्दूओं का ह्यूमन राइट होता तो विस्थापित 4 लाख हिन्दूओं को 32 साल बाद भी उनके घरो में क्यों नही बसाया गया | तोगड़िया ने कहा की कश्मीर घाटी में हुए नर संहार और पलायन के बाद देश में नरसिम्हाराव की सरकार आकर चली गयी | हिन्दू तनमन हिन्दू जीवन की बात करने वाले वाजपेई की सरकार आकर चली गयी | पर कश्मीर के हिन्दूओं की घर वापसी नही हुई |