बरेली में पशुधन मंत्री के क्षेत्र में हुई बड़े पैमाने पर गोकशी से हिंदू संगठनों का हंगामा पुलिस पर की कार्रवाई की मांग
बरेली की तहसील आंवला में बड़े पैमाने पर गोवंश हुई है इस तरह छुट्टा पशुओं को काटने की घटना से पूरे बरेली पुलिस महकमा हिल गया है क्षेत्रीय पुलिस पर लोगों का सबसे ज्यादा गुस्सा है। लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि सुबह सूचना देने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने इस घटना को दबाने की भरपूर कोशिश की और अभिषेक हटाना शुरू कर दिया लेकिन तस्करों की तलाश करने की हिम्मत नहीं जुटाई इस इलाके में पहले भी गोकशी बड़े पैमाने पर हो चुकी है यह क्षेत्र पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह का लगता है फिर भी पुलिस पर सांठगांठ के भी आरोप पहले से लगते रहे हैं। पूरे आंवला क्षेत्र में 2 दर्जन से अधिक पशुओं के अवशेष मिले हैं स्थानीय लोगों ने क्षेत्रीय पुलिस को सूचना दी और मौके पर पुलिस आने के बाद पुलिस ने पूरी घटना को छिपाने की कोशिश करती रही, स्थानीय लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि रात में इतने पशुओं को पेड़ों से बांधकर काट दिया गया और फिर गाड़ी में भरकर उनका मांस ले गए। तो इस घटना की खबर गश्ती पुलिस को क्यों नहीं पड़ी। कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोगों के पहुंचने के बाद पहले से चल रहा हंगामा और तेज हो गया। हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने मांस तस्करों के साथ डायल 112 पर तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने यह भी कहा कि इससे पहले मनोना और मऊ चंदपुर गांव में भी ऐसी ही घटनाएं हो चुकी हैं। जिनका पुलिस आज तक खुलासा नहीं कर सकी
आंवला में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन और हंगामे बीच एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा पहुंचे। आंवला और बिशारतगंज की पुलिस भी आ गई, उन्होंने गुस्साए लोगों को समझाकर शांत किया हंगामे की जानकारी पर पशुधन मंत्री एवं आंवला विधायक धर्मपाल सिंह भी मौके पर पहुंच गए। मंत्री जी ने अफसरों को तस्करों के साथ पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही के सख्त निर्देश दिए। सही तरह से जांच करने के बाद बिशारतगंज पुलिस ने जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर अवशेषों को दबा दिया गया। स्थानीय पुलिस ने गौ तस्करों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। और गौ तस्करों की तलाश में पूरे जिले में दबिश दी जा रही है