बरेली की आवला तहसील के ग्रामीणों का हंगामा सड़क पर छुट्टा पशु खड़े कर पशुधन मंत्री के सामने किया विरोध प्रदर्शन
बरेली की तहसील आंवला के गांव पिपरिया उपराला में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह के कार्यक्रम से पहले बृहस्पतिवार को हंगामा हो गया। गांव पिपरिया उपराला के ग्रामीणों ने छुट्टा पशुओं को सड़क पर खड़ा करके पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह का रास्ता रोक दिया। जिसमें कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे लगभग 45 मिनट फसे रहे वह आंवला तहसील के गांव गुरगांवा में पशु पॉली क्लीनिक का भूमि पूजन करने जा रहे थे,
उन्होंने ग्रामीणों को समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया, तब ग्रामीण शांत हुए। और इसके बाद सड़क से छुट्टा पशुओं का हटाया गया। पशुधन मंत्री के आने से पहले ग्रामीणों की एसडीएम से नोकझोंक चुकी थी। ग्रामीणों ने एसडीएम पर अभद्रता करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का गुस्सा देख एसडीएम वहां से चले गए। उसके बाद आंवला के नायब तहसीलदार और सीओ को भी ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। आवला तहसील प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों को सड़क के आसपास लगा दिया था जिससे कि छुट्ठा पशु, पशु धन मंत्रि को दिखाई ना पड़े जैसे ही ग्रामीणों की इसकी जानकारी हुई तो उनमे आक्रोश फैल गया। गांव पिपरिया उपराला में ग्रामीणों ने सैकड़ों छुट्टा पशुओं को लाकर सड़क पर खड़ा कर दिया। इसी मार्ग से पशुधन मंत्री का काफिला गुजरने वाला था। इसकी जानकारी होने पर एसडीएम आंवला और इंस्पेक्टर सिसौली वहां पहुंच गए। आक्रोशित ग्रामीण एसडीएम से भिड़ गए। धक्कामुक्की हुई। ग्रामीणों का आक्रोश देख एसडीएम वहां से चले गए।
कुछ देर बाद पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह और अपर मुख्य सचिव पशुपालन का काफिला आया तो सड़क पर छुट्टा पशुओं को खड़ा देख सबके होश उड़ गए। ग्रामीणों ने मंत्री के सामने छुट्टा पशुओं की समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मंत्री धर्मपाल सिंह ने ग्रामीणों को समझाया। उन्हें आश्वासन दिया कि इलाके में ग्रामसभा की जमीन देख गोआश्रय स्थल बनवाकर समस्या से निजात दिलाई जाएगी। मंत्री के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने। इसके बाद छुट्टा पशु सड़क से हटाए और मंत्री का काफिला गुरगांवा के लिए रवाना हुआ। मुख्यमंत्री योगी के कहने के बाद भी छुट्टा पशुओं की समस्या जैसी थी वैसी ही बनी हुई है जिसका खामियाजा किसान भगत रहा है छुट्टा पशुओं के बारे में अधिकारी भी अपने आपको बचाते घूमते हैं और योगी जी को रिपोर्ट कुछ और देते हैं।