हम सब ने यह ठाना है! संक्रामक रोग पर नियंत्रण पाना है !!संक्रामक रोग से खुद को बचाना है तो मच्छरों से निजात भी पाना है!!
सीतापुर.. विश्व मानवाधिकार कानून एवं अपराध नियंत्रण ट्रस्ट भारत के राष्ट्रीय संरक्षक एस.एस. दिनकर ने संचारी रोग के दुष्परिणामों के बारे में जिला व समस्त प्रदेशवासियों को सावधानी बरतने की अपील की| माह जुलाई में बारिश के मौसम में कई प्रकार के संक्रामक रोग पनपने की संभावना बनी रहती है ,इसके लिए हम सभी को स्वच्छता ,शुद्ध पेयजल ,मच्छरों की रोकथाम, खुली नालियों को ढकना ,हैंडपंप के चारों ओर कंक्रीट से बंद करना, जलभराव को रोकना ,खुले में शौच पर रोकथाम से ही बीमारियों पर नियन्त्रण किया जा सकता है|
माता की गर्भावस्था से लेकर बच्चे की बाल्यावस्था तक समय समय पर टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए! अधिकतर यह संचारी रोग बालकों पर ही प्रभाव डालता है| हम सभी को अपने बच्चों के हाथों को साबुन व हैंड वास से हाथों को सीधा ,उल्टा, मुट्ठी ,नाखून एवं कलाई को अच्छी तरह से धोने की सलाह देनी चाहिए||बच्चों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है ,जिसके लिए समय-समय पर नाखूनों को काटना, प्रत्येक दिन स्नान करना एवं स्वच्छ कपड़े पहनना |
हमारे समस्त जिले व समस्त प्रदेशों के विश्व मानवाधिकार कानून एवं अपराध नियंत्रण ट्रस्ट भारत के सभी पदाधिकारियों को भी सूचित किया जाता है कि आप लोग विशेष संचारी रोग एवं कोविड-19 से संबंधित जागरूकता के लिए गांव ,नगर ब्लॉक, तहसील एवं जनपद स्तर पर चौपाल लगाएंगे, पैदल,बाइक या साइकिल रैली निकालेंगे , होल्डिंग लगाएं और प्रचार-प्रसार के माध्यम से संचारी रोग के बारे में सभी को जागरूक करें !जब हम सब जागरूक होंगे, तभी लोगों को जागरूक कर सकते हैं और यदि किसी को टी.वी., टाइफाइड, तेज बुखार, चिकनगुनिया ,मलेरिया से ग्रसित की अवस्था में शीघ्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाई लें|
ग्रामीणों को अपने आसपास साफ-सफाई करना चाहिए, जिससे आप सभी रोग से ग्रसित ना हो | जान है तो जहान है!! स्वच्छता ही हमारी पहचान है!! जय हिंद! जय भारत !जय मानवाधिकार!