सम्भल:-उत्तर प्रदेश के जनपद संभल की सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव शहरिया अब्दाल नगर में कई दिन से पढ़ रही मूसलाधार बारिश के कारण एक कच्चे मकान की छत भरभरा कर गिर गई जिसमें 2 मासूम बच्चे मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए शोर-शराबे की आवाज पर आए पड़ोसियों ने मलबे से बच्चों को बाहर निकाला और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया भरभरा कर गिरी कच्ची छत के नीचे परिवार के 8 सदस्य सो रहे थे भूरा पुत्र अहमद सईद अपने परिवार के साथ सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव शहरिया अब्दाल नगर में रहता है अहमद सईद का मकान कच्चा है जनपद संभल में बीते कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके कारण सड़कें जलमग्न और नाले नालियां लबालब भर कर चल रहे हैं बीती रात्रि करीब 12:30 बजे भूरा के मकान की कच्ची छत भरभरा कर गिर गई कच्ची छत के मलबे में उसके दो बच्चे दब गए शोर-शराबे की आवाज सुनकर गांव में जाग हो गई पड़ोसियों ने भूरा के घर पहुंचकर मलबे को हटाना शुरू किया और उसके नीचे दबे दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गांव में हुए हादसे की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई है परिजनों का और ग्रामीणों का आरोप है कि जानकारी मिलने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आए घायल बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है घायल बच्चों के नाम मोहम्मद जुनैद और मोहम्मद हुसैन है जबकि परिवार के अन्य सदस्यों के नाम महेश सर जहां पत्नी भूरा निशा भी नेहा भी मोहम्मद जैन मोहम्मद आसियान है मोहम्मद शफीक ने बताया कि हमारे चाचा भूरा अपने परिवार के साथ रहता है बारिश होने के कारण उसके कच्चे मकान की छत बीती रात 1:00 बजे गिर गई जिसमें उसके दो बच्चे दब गए मलबा हटाकर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला है गरीब परिवार है पैसों से ही बच्चों का इलाज होगा गांव के लोग मदद कर रहे हैं रियासत अली ने बताया कि जब मकान की छत और चोर की आवाज आई तब हम आए थे मलबे में दबे बच्चों को बाहर निकाला ऐसे ही डॉक्टर से उन्हें हल्की फुल्की दवाई दिलवा दी गरीब परिवार है और मकान पूरा कच्चा है पैसा इनके पास है नहीं घर की हालत बहुत कमजोर है।