केंद्र की मोदी सरकार किसानों के हित के लिए हमेशा प्रयासरत रहती है चाहे मामला खेती-किसानी से जुड़ा हो या किसानों की आय से केंद्र सरकार बागवानी और खेती से संबंधित सभी तरह की योजनाओं को पूरा करने के प्रयास में लगी रहती है यह योजनाएं किसानों को लाभ भी पहुंचाती है और उनकी आय में भी वृद्धि करती हैं तो आइए जानते हैं औषधीय पौधों की इस योजना के बारे में। इस योजना के माध्यम से उत्तर भारतीय राज्यों चंडीगढ़ पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले औषधीय पौधों की खेती करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया जा रहा है राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड और आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान जोगिंद्रनगर एनएमपीबी द्वारा संचालित क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र इच्छुक किसानों को श्री गुरु अश्वगंधा सर्पगंधा कालमेघ अशोक तिम्रो जैसी महत्वपूर्ण औषधीय पौधों के पौधे और बीज प्रदान कर रहे हैं इसके लिए 20 जुलाई 2023 तक आवेदन स्वीकार किया जाएगा आपको इसमें अपना संपर्क विवरण आवश्यक पौधों की संख्या आधी जानकारी प्रदान करनी होगी यदि आप की मांग अगले वर्ष के लिए हैं तो इसका भी उल्लेख करना अत्यंत आवश्यक है योजना के तहत उपलब्ध कराए जा रहे पौधे और बीज उच्च गुणवत्ता के हैं और उत्पादन में आपकी सहायता के लिए पूरी तरह से उपयुक्त है आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग आरोग्य और संतुलन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण होता है और इस योजना के माध्यम से यह आपको अवसर प्रदान किया जाएगा कि आप इन पौधों की खेती कर अपनी इनकम में वृद्धि कर सकें यदि आपके पास इस योजना के बारे में किसी भी प्रकार के प्रश्न है तो आप rcfcnorth@gmail.com पर ईमेल भी कर सकते हैं साथ ही इससे संबंधित किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं उत्तर भारतीय राज्यों के किसानों को औषधीय पौधों की उच्च गुणवत्ता वाली खेती करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया जाता है इस योजना से किसानों को आर्थिक और सामाजिक रूप से स्वावलंबी बनाने में मदद मिलती है आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग आरोग्य बढ़ाने और संतुलन को पुनर्स्थापित करने में महत्वपूर्ण होता है जो इस योजना के माध्यम से किसानों को भी लाभ पहुंचाता है योजना में शामिल होने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा आवेदन के लिए उचित फॉर्म को भरना होगा जिसमें नाम संपर्क विवरण आवश्यक पदों की संख्या आदि जानकारी प्रदान की जाएगी आवेदन फार्म को निर्धारित तिथि तक जमा करना होगा इस प्रकार उत्तर भारतीय राज्यों के किसानों को राष्ट्रीय औसत पादप बोर्ड के केंद्रों के माध्यम से औषधीय पौधों की उच्च गुणवत्ता वाली खेती करने का अवसर मिल रहा है यह योजना उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है और स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है इसके लिए उच्च गुणवत्ता के पौधे और उत्पादन प्रक्रिया में वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है।