आज के समय में किसान अपनी आय को बढ़ाने के लिए सरकार के साथ-साथ कई संगठनों के साथ जुड़कर खेती के काम कर रहे हैं. इसके अलावा एंड टू एंड सेवा भी किसानों की आय़ में वृद्धि का काम कर रही है।
भारत सरकार के द्वारा जनता के लिए कई तरह की जनकल्याणकारी नीतियों को तैयार किया गया है. जिनके चलते देश के किसान भाइयों व आम नागरिकों की आय बढ़ाने का काम किया जाता है. इसी कड़ी में राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर सरकार की नीतियों को आगे बढ़ा रही हैं।
भारत में ऐसी कई संस्थाएं भी हैं, जो किसानों की मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ा रही हैं. इन्हीं में से एक FPO संगठन है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग अच्छे से जानते हैं. जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा है कि प्रदेश सरकार के द्वारा साल 2027 तक यूपी को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए तैयार किया है. वहीं इस संदर्भ में राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाह ने कहा कि वर्तमान समय में 2000 से भी अधिक किसान उत्पादक संगठन (FPO) राज्य में कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि यह संख्या और भी अधिक बढ़ने की संभावना है. वहीं देखा जाए तो FPO के पोर्टल पर 3 हजार से भी कहीं अधिक लोगों ने पंजीकरण किया हुआ है. सरकार का कहना है कि FPO किसानों को वित्तीय सुरक्षा उपलब्ध कराने में मददगार साबित है।
आज के समय में किसान भाइयों को FPO संगठन की मदद से व अन्य कई तरह की सरकारी योजनाओं की मदद से खाद और बीज आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं. बता दें कि एफपीओ एक ऐसा संगठन है, जो देश के छोटे किसानों को समय पर इनपुट, तकनीकी सेवाएं उपलब्ध कराने में मददगार साबित हुआ है. बताया जा रहा है कि यह यह संगठन खेती के लगभग हर एक पहलुओं पर कार्य करती है. यह एंड-टू-एंड सेवाओं के साथ किसानों की आय में बढ़ोतरी करने में मदद करती हैं।
FPO की मदद से देश के किसान भाइयों को उनकी मेहनत का अच्छा लाभ सही समय पर दिया जा रहा है. जहां पहले किसान अपनी फसल को लेकर बाजार में लंबी-लंबी लाइनों और दलालों के चक्कर में आकर कम दाम में अपनी फसल को बेच देते थे।
वहीं अब किसान इस संगठन से जुड़कर अपनी फसल को कहीं भी सरलता से अपने बजट के मुताबिक बेच रहे हैं. इसके अलावा FPO किसानों को प्रकृतिक की मार झेलने पर भी मदद करती है. वहीं किसानों को अच्छा लाभ पाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से जुड़ना बेहद जरूरी है।