सम्भल:-गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने प्राकृतिक खेती के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सबसे ज्यादा फायदेमंद खेती अगर कोई है तो वह प्राकृतिक खेती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती करने से जमीन का ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ता है। जिससे पैदावार भी अच्छी होती है।
मिलेयनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पहले सत्र में प्राकृतिक खेती पर अपने विचार रखे। देवव्रत ने किसानों को "राजाओं का राजा" कहकर संबोधित किया और उन्हें मंच पर अपने बगल में बैठने के लिए आमंत्रित किया। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'किसान राजाओं का राजा है' ऐसे में उन्हें खास अहमियत दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं भी एक किसान हूं और खुद भी खेती करता हूं।मुझे इस कार्यक्रम में आने पर बेहद खुशी महसूस हो रही है और देश भर के किसानों को इतना सम्मान देने के लिए मैं एमसी डोमिनिक और शाइनी डोमिनिक को बधाई देता हूं।अपने संबोधन के दौरान उन्होंने प्राकृतिक खेती के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सबसे ज्यादा फायदेमंद खेती अगर कोई है तो वह प्राकृतिक खेती है। ग्लोबल वार्मिंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते जलवायु परिस्थितियां तेजी से बदली हैं। यह कृषि और किसान दोनों के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के चलते किसानों पर खास प्रभाव पड़ा है और फसल उत्पादन क्षमता में भी कमी आई है।इस दौरान उन्होंने जैविक खेती से होने वाले नुकसानों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जैविक खेती में जो खाद इस्तेमाल की जाती है उससे मीथेन निकलती है, जो ग्लोबल वार्मिंग के मुख्य कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि एक समय पर वह खुद जैविक खेती किया करते थे। लेकिन उन्हें इसके अच्छे परिणाम नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने काफी रिसर्च की और प्रकृतिक खेती की ओर अपने कदम बढ़ाए। आचार्य देवव्रत ने कहा कि शुरुआत में उन्होंने 5 एकड़ से प्रकृतिक खेती की शुरुआत की थी। धीरे-धीरे उन्होंने खेती का दायरा बढ़ाया और आज वह 200 एकड़ भूमि पर खेती करवा रहे हैं।उन्होंने कहा कि अगर किसानों को पैदावार बढ़ानी है तो उन्हें प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती करने से जमीन का ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ता है। जिससे पैदावार भी अच्छी मिलती है। उन्होंने किसानों को अच्छी उपज के लिए खेतों में गाय के गोबर का उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर आप सही विधि अपनाएंगे तो आपको अच्छी पैदावार मिलेगी।