दिनांक 30.09.2023 को मैसर्स सन ट्वीलाइट में कार्यरत श्रमिक वर्ग के मध्य आयोजित किया विधिक साक्षरता शिविर।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में तथा श्री अवनीश सक्सेना, जनपद न्यायाधीश, गौतमबुद्वनगर के दिशा-निर्देशन में तथा श्रीमती ऋचा उपाध्याय, सचिव पूर्णकालिक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतबुद्वनगर की अध्यक्षता में आज दिनांक 30-09-2023 को समय 12:00 बजे से मैसर्स सन ट्वीलाइट, ग्रेटर नोएडा, गौतमबुद्वनगर में कार्यरत श्रमिक वर्ग के मध्य विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में सचिव श्रीमती ऋचा उपाध्याय द्वारा बताया गया कि बाल श्रम/बाल-मजदूरी की समस्या और उससे निजात दिलाने हेतु सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया गया है। शिविर में आये हुये श्रमिकों को किसी भी प्रकार का बाल श्रम करने तथा कराने से विरत रहने तथा रोकने हेतु जागरुक किया गया। शिविर में श्रमिक व कारखानों के संदर्भ में अधिनियमित कानूनों यथा औद्योगिक विवाद अधिनियम, ट्रेड यूनियन अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, समान कार्य हेतु समान वेतन आदि विषयों पर विस्तृत रुप से प्रकाश डाला गया। शिविर में श्रम विभाग की ओर से उपस्थित श्रम पर्वतन अधिकारी श्री राज कुमार द्वारा उ0प्र0 सनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा श्रमिकों के लिये संचालित योजनाओं जैसे मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना, संत रविदास शिक्षा सहायता योजना, मेधावी छात्र पुरस्कार योजना, आवासीय विद्यालय योजना, कौशल विकास तकनीकि उन्नयन एवं प्रमाणन योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, चिकित्सा सुविधा योजना, गंभीर बीमारी सहायता योजना, महात्मा गांधी पेंशन योजना, निर्माण कामकार अन्त्येष्टि सहायता योजना, श्रवण कुमार श्रमिक परिवार धार्मिक पर्यटन यात्रा योजना, आदि के बारे में विस्तृत जानकरी उपलब्ध कराई गई तथा लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इसके साथ ही साक्षरता शिविर के दौरान श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के लिए रजिस्ट्रेशन करणी हेतु कैंप का भी आयोजन किया गया जहां अनेकों श्रमिकों द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पाने के उद्देश्य अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया।
शिविर में श्रीमती ऋचा उपाध्याय सचिव पूर्णकालिक, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गौतमबुद्वनगर, श्री राजकुमार श्रम पर्वतन अधिरारी , सुश्री रंजना, एच0आर0 सन ट्वीलाइट एवं श्रीमती सत्तो, वीरवती, सुधा आदि अधिक संख्या में पुरुष एवं महिला श्रमिकगण उपस्थित रहे।