सम्भल:-बीजेपी सरकार जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर भिन्न-भिन्न महत्वपूर्ण योजनाएं लागू करती रहती है। और उनके क्रियान्वयन पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है ,परंतु कुछ कर्मचारी चुनिंदा लोगों के निजी स्वार्थ के लिए सरकार की महत्वपूर्ण लाभकारी योजनाओं को पलीता लगा देते हैं ।ऐसा ही एक वाक्य जनपद संभल के तहसील संभल के ग्राम नंदपुर बीटा का है। जिसमें नायब तहसीलदार ने कानूनगो व चार लेखपालों के साथ मिलकर ग्राम समाज की भूमि पर नंदपुर बीटा गांव के निवासी विजयपाल सिंह सन ऑफ रुमाल सिंह के द्वारा किया गया अवैध कब्जे की जमीन को ग्राम प्रधान व ग्राम वासियों द्वारा कब्जा मुक्त करने की फरियाद पर कार्यवाही करने के बजाय ग्राम समाज की जमीन को विजयपाल पुत्र रुमाल को देने की मनसा से ग्राम प्रधान पर सरकारी काम में बाधा डालने की कार्यवाही करने की धमकी दे डाली ,नायब तहसीलदार व उनकी टीम ने अकेले विजयपाल के निजी लाभ के लिए ग्राम पंचायत के सभी लोगों को दरकिनार कर दिया तथा सरकारी संपत्ति को विजयपाल के निजी स्वार्थ के लिए उनके हाथों में सौंपने की मंशा से ग्राम प्रधान को सरकारी काम में बाधा डालने की कार्रवाई की धमकी दे डाली तथा पैमाइश को विजयपाल के हक में करने की भरपूर कोशिश की जब ग्राम प्रधान ने नायब तहसीलदार व लेखपाल तथा कानूनगो की गलत बात नहीं मानी प्रशासनिक कर्मचारीयों की यह हरकत लोकतंत्र पर बड़े धब्बे की तरह है। इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र को शर्मसार करते हुए समाज में सरकार की छवि को धूमिल करने का एक प्रयास ही माना जाएगा।
उक्त भूमि केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत टंकी के लिए आवंटित है। अवैध कब्जे के कारण पिछले दो सालों से गांव में टंकी निर्माण कार्य बंद पड़ा है।