नई दिल्ली
अमेरिका की एक जानी मानी वैज्ञानिक संस्था ने भारत सहित सात देशों की करीब 16,000 गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण के प्रसार और उसके प्रभाव का अध्ययन शुरू किया है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने मंगलवार को इस अध्ययन की शुरुआत की घोषणा की।
एनआईएच ने कहा कि अध्ययन के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित और संक्रमण मुक्त गर्भवती महिलाओं का पूरी गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद 12 महीने तक ध्यान रखा जाएगा ताकि मां, भ्रूण और नवजात पर संक्रमण के असर का अध्ययन किया जा सके। इस अध्ययन में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, केन्या, जांबिया, कांगो और ग्वाटेमाला शामिल हैं।
एनआईएच के यूनिस केनेडी श्राइवर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट (एनआईसीएचडी) द्वारा वित्त पोषित ग्लोबल नेटवर्क फॉर वूमंस एंड चिल्ड्रेंस हेल्थ रिसर्च यह अध्ययन करेगा। एनआईएच ने एक बयान में कहा कि प्रसव के बाद महिला की एंटीबॉडी जांच कराई जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह वायरस के संपर्क में आई थी या नहीं।