सागर -- प्रधानमंत्री की आवास योजना जिसने लाखो बेघरों को घर दिला दिए। लेकिन उस योजना की धज्जियां सरकारी कर्मचारी कैसे उड़ा रहे है इसकी बानगी सागर नगर पालिक निगम में सामने आई है। बीएलसी योजना के तहत शहर और ग्रामीण इलाकों में लाखों लोगों को अपने अपने घर मिल चुके है। लेकिन कुछ भ्रष्ट सरकारी कर्मियों की वजह से बहुत से गरीब अभी भी आस लगाए बैठे है। होता यूं है कि बेचारा गरीब सिर्फ आस ही लगाए रहता है और दूसरी ओर अफसरों से मिलीभगत करके गरीब का के नाम पर घर की राशि निकाल ली जाती है। शुक्रवार को सागर के विधायक शैलेन्द्र जैन ने कमिश्नर से शिकायत की है। विधायक का कहना है कि इस विषय मे लगातार लोगो द्वारा शिकायत की जा रही थी लेकिन कोई भी सुनने तैयार नही था। विधायक द्वारा शिकायत करने के बाद नगर निगम में हड़कंप मच गया है। इसमें सबसे बड़ी बात ये निकल कर आई कि निगम के ही कर्मचारी अपने अधिकारी निगम कमिश्नर के फर्जी हस्ताक्षर करके राशियां निकालते थे, इस बात से कमिश्नर अनजान रहे जब उन्हें इस बात का पता चला तो उन्होंने जांच के आदेश दे दिए । बहरहाल ये शासन की नीति है बिना मिली भगत वरिष्ठों के कुछ भी संभव नही होता लेकिन विधायक शैलेन्द्र जैन की पहल या शिकायत कहे भ्रष्टाचारों पर लगाम जरूर लग सकती है।